महादेवी वर्मा के घर में काम करने वाला बुजुर्ग। जो सुबह को उठाने से लेकर रात को लॉरी गा कर सुलाने तक का साथ रहता था।
मजदूरी करते समय जब उसकी माँ उसे ज़मीन पर लिटा देती तब वह मिट्टी में घसीटने लगता था, जिसकी वजह से उसका नाम घिसा पड़ गया ।
एक ईमानदार और नेक दिल इंसान, जो महादेवी के छात्रावास में रह रहे छात्राओं के लिए गावं से फल और सब्जी लाता था।
एक पहाड़ी लड़की, जिसकी शादी 11 साल की उम्र में ही एक मंद बुद्धि लड़के से हो गई। उसके ससुराल वालों नेे उसे मार कर फेक दिया। पर उसने कोई शिकायत नहीं की।