एक ऐसा किताब जिसे ई. सा. पूर्व से लेकर आज तक महान रणनीतिकार और योद्धा अपनी फायदा के लिए उसके नक्शे कदम पर चलते आ रहे हैं।
सुन त्ज़ू जब अपनी सेना के जनरल पद पर तैनात थे, जब उन्होंने अपने इस नियम की वजह से सैनिकों के साथ विरोधी के छक्के छुड़ा दिए थे।
– दुश्मन को लुभाने के लिए उसे लालच दें। दुश्मन के इलाके में अव्यवस्था फैलाए और फिर मौका मिलते ही उसे कुचल डालें।
जब आप वास्तविक लड़ाई में संलग्न होते हैं और जीत मिलने में देर होती है, तो सैनिकों के हथियार सुस्त हो जाएंगे और उनका जोश ठंडा पड़ जाएगा।
अपनी सभी लड़ाई में लड़ना और जीतना सर्वोच्च उत्कृष्टता नहीं है; सर्वोच्च उत्कृष्टता तो वह है कि जब दुश्मन को बिना प्रतिरोध के तोड़ दिया जाए।
अच्छे सैनिक पहले खुद को हार की संभावना से परे रखते हैं और फिर दुश्मन को हराने के अवसर की प्रतीक्षा करते हैं।
– एक बड़ी सेना पर नियंत्रण का भी वही सिद्धांत है, जो कि कुछ लोगों पर नियंत्रण के सिद्धांत का है: यह केवल उनकी संख्या विभाजित करने का सवाल है।
शत्रु की रणनीति को भेदकर कैसे जीत को उत्पन्न किया जा सकता है- यह वह है जो बड़ी संख्या में लोग नहीं समझ सकते हैं।
युक्तिपूर्ण युद्ध की कठिनाई में कुटिल को प्रत्यक्ष में बदल दिया जाता है और दुर्भाग्य को लाभ में।
– युद्ध में जनरल अपनी संप्रभुता से अपने निर्देश प्राप्त करता है, अपनी सेना एकत्र करता है और अपनी सेनाओं पर ध्यान केंद्रित करता है।
– जब दुश्मन पास में होता है और शांत रहता है तो वह अपनी स्थिति की स्वाभाविक शक्ति पर भरोसा करता है।
– सेना को एक मार्ग पर कब्जा कर लेना चाहिए और अगर मजबूत मोर्चाबंदी हुई है तो पीछा न करें; बल्कि केवल तभी आगे बढ़े, जब कमजोर मोर्चाबंदी हो।
– युद्ध के लिए चालाकी आवश्यक है- दुश्मन के तैयार न होने का लाभ उठाएं, अप्रत्याशित मार्गो से अपना रास्ता बनाएं और उन बिंदुओं पर हमला करें, जिन पर वे जागरूक ना हो।
किसी हमले को अंजाम देने के लिए हमारे पास साधन उपलब्ध होने चाहिए। आग लगाने के लिए सामग्री हमेशा तैयार से रखी जानी चाहिए।
स्थानीय गुप्तचर होने का मतलब है कि शहर के निवासियों की सेवाएं लेना आंतरिक गुप्तचर दुश्मन के वह अधिकारी होते हैं, जिनका उपयोग हमारे द्वारा किया जाता है।