इस वेब स्टोरी में हम आपको स्वामी विवेकनंद के द्वारा प्रेरित करने वाले विचार को साझा करेंगे।
जब व्यक्ति कुछ करना चाहता है तो उसकी लगन और परिश्रम से अच्छे परिणाम प्राप्त किये जा सकते हैं।
1
शिक्षित युवा स्वतंत्र निर्णय लेने वाले होते हैं।
2
सच्चे वेदान्त का प्रचार से ही धर्म को सुरक्षित रखा जा सकता है।
सूर्य का महत्व इसी कारण होता है कि वह सभी दिशाओं में अपना प्रकाश प्रकीर्णत करता है।
भय इस संसार के सब दुखों का मूल है। निर्भीकता स्वर्ग का माध्यम है।
मृत्यु भय देती है, पर संकल्पवान के समक्ष उसे भी भय लगता है।
6
सनातन सब धर्मों के प्रति सहिष्णुता में ही विश्वाश नहीं करता, वरन समस्त धर्मों को सच्चा मानकर स्वीकार भी करता है।
विज्ञान एकत्व की खोज के सिवा और कुछ नहीं है।
निरोगी काया ही परिवर्तन का बड़ा घटक है।
दूसरों की हिंसा करते हुए तुम अपनी ही हिंसा करते हो, क्योंकि वे सब तुम्हारे ही स्वरूप हैं।
10