Review of Lapoojhanna Book in Hindi by Ashok Pandey

अशोक पांडे द्वारा लिखित एक बेहतरीन बचपन की झांकी . जिसे सब कोई एक बार देखना पसंद करेगा। और अपनी बचपन में बिताई गई समय को याद कर मुस्कुरा देगा।

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Summary  of Lapoojhanna Book in Hindi by Ashok Pandey

अशोक पांडे द्वारा लिखी जाने वाली यह किताब उनके अपने बचपन की यादें हैं। जिसमें अशोक और लफत्तू अपने बचपन की जिंदगी को बड़े ही मौज मस्ती से जीते है, जिन्हे कोई डर-फिकर नहीं।

कुछ अच्छे और महत्वपूर्ण अंश- 

कभी-कभी, खासतौर पर जब लफत्तू अपने पापा के बटुए से पैसे चुरा कर लाया होता था, यह लड़के घुच्ची खेलते थे। घुच्ची के खेल में कंचों के बदले 5-5 के सिक्कों का इस्तेमाल हुआ करता था। 5 पैसे में बहुत सारी चीजें आ जाती थी। इस खेल में लफत्तू अक्सर हार जाता था

लफत्तू के फेमस डायलॉग 

“वो जमाने  लद गए बंतू बेते जब गधे पकौली हगते थे।“

पात्रों का चरित्र-चित्रण- 

लफत्तू- लफत्तू अशोक का सबसे अच्छा और प्यारा दोस्त है। जिसकी आवाज तोतली है। लफत्तू आजाद खयाल का घुमक्कड़ और चोरी-चपाटी करने वाला लड़का है। 

FAQ

लपु झन्ना का मतलब क्या होता है। Ans: लपुझन्ना का कोई खास मतलब नहीं मिला है। मैने हर जगह खोजने की कोशिश भी की पर कोई उत्तर नहीं मिला ।