Titali: A Novel by Manav Koul

Titali: Book Review, Summary in Hindi, Manav Koul, Quotes

इस वेब स्टोरी में हम आपसे Manav Koul द्वारा लिखित Titali की Book Review के साथ-साथ Summary in Hindi और Quotes के साथ-साथ pdf download भी साझा करेंगे।

Titali: Book Review

साल 2023 के शुरुआत होते ही मानव ने अपनी नई उपन्यास जिसका नाम “तितली” है, को सामने रखा है, जिसमें हिन्द युग्म ने अपना अहम किरदार निभाया है ताकि उनके पाठकों को मानव द्वारा लिखित यह उनकी दसवीं  और तीसरी उपन्यास को आसानी से पढ़ सकें।

साल 2022 में मानव ने अपनी दो किताब पब्लिश किया था, अप्रेल में दूसरी उपन्यास “शर्ट का तीसरा बटन” और जून महीने में ही रूह नाम की किताब को प्रकाशित किया था, जो कि यात्रा-वृतांत है। जिसने पाठकों से काफी सराहना मिली थी, जिसके बाद मानव अपनी अगली किताब के बारे में लिखना शुरू किया और आज वह हमारे सामने हैं।

मानव की यह उपन्यास उनके पिछले सभी किताबों से बिल्कुल अलग है, मानव ने लिखते हुए अपने कलम पर इस तरह अपना पकड़ बना लिया है कि यह समझ में ही नहीं आता कि मैं किसी उपन्यास को पढ़ रहा हूँ. ऐसा लगता है जैसे, मेरा इस घटना से या इसके किसी पात्र से मेरा कोई सीधा संबंध है। यह काल्पनिक लगता ही नहीं है। इतना जीवंत लेखन है।

इस उपन्यास में आपको दो भाग पढ़ने को मिलेंगे, जिसमें मानव की वर्तमान जीवन की कुछ घटने वाली घटनाएं हैं तो वहीं दूसरा भाग मानव द्वारा पढ़ी जाने वाली उपन्यास कार्ल बुक के कुछ भाग हैं, जो कोपेनहैगन में रहने वाली नाय्या द्वारा लिखा गया है। जिसे पढ़ते वक्त मानव ने अपने इस उपन्यास में रखा है।

इस उपन्यास का कुछ शुरुआती भाग में आपको कुछ-कुछ फ़िलॉसफ़ी की सुगंध सुघने को मिलेंगे। जो शायद साधारतः पाठकों को कुछ उबाऊ लगेगा लेकिन जैसे ही आप मानव द्वारा पढ़ी जाने वाली उपन्यास कार्ल बुक में झाकेंगे, आपको उतने ही इंटेरेस्ट मिलने लगेगा। जो इस किताब का का मुख्य पिलर है। यह बहुत ही शानदार है।

इसमें आपको कुछ-कुछ अंग्रेजी शब्द भी पढ़ने को मिलेंगे। जो इतना मायने नहीं रखता लेकिन फिर भी सम्पूर्ण हिन्दी  भाषी को कुछ काँटों की तरह चुभेंगे। लेकिन कोई नहीं। तितली आपको अपने मनमोहक रूप से प्रभावित  होकर आप उसका पीछा जरूर करेंगे। तो चलिए शुरू करते हैं।

पाठक! कृपया ध्यान दें:- The Dairy of a young Girl: Book Review

Summary in Hindi

इस उपन्यास की शुरुआत मृत्यु की कुछ ही फ़िलॉसफ़ी पन्ने हैं, और जैसे ही आप 10-15 पन्ने के आगे निकलेंगे मानव द्वारा पढ़ी जाने वाली नाय्या द्वारा लिखित उपन्यास कार्ल बुक से आपकी मुलाकात होंगी। जहां से आपको एक पढ़ने का मार्ग दिखने लगेगा।

कार्ल बुक नाय्या द्वारा लिखित अपने बेटे के लिए लिखा गया उपन्यास है। जिसमें कार्ल एक छब्बीस साल का युवा है। जो एक आर्टिस्ट है। लेकिन नशा करने के कारण वह एक दिन वह अपने कमरे की खिड़की से कूद जाता हैं। और अस्पताल में कुछ समय बाद उसकी मृत्यु हो जाती है। जिसे मानव पढ़ते हैं। इस उपन्यास को पढ़ने के बाद नाय्या के लिए मानव के मन में एक सिंपथी जन्म लेती  है, जिसके कारण वह नाय्या को अपने सपने में देखते हैं।  

मानव नाय्या को सपने में देखने के बाद उनके किताब के लिए एक मेल लिखते हैं और उन्हे भेज देते हैं। कुछ दिनों बाद उनका जवाब भी आता है।  जिसे पढ़ कर मानव खुश होते हैं और कोपेनहैगन में उनसे मिलने की इच्छा जागृत होती है।  और वह उन्हे एक के बाद एक मेल करते जाते हैं। जिसके बाद नाय्या द्वारा भी जवाब आता रहता है।

इस दौरान मानव को दोस्त का मेल आता है, जिसका नाम शायर है, जो एक लड़की है। वह उन्हे अपने मेल में बताती है कि वह उनसे उस समय से जानआती है जब दोनों नाटक किया करते थे। मानव शायर से मिलने को लेकर बहुत उत्साहित होते हैं और ऋषिकेश के पास एक जगह है, लैन्डोर। जहां मानव एक छोटे गेस्ट हाउस में  ठहरे होते हैं।

पाठक! कृपया ध्यान दें:- The Zahir: Book Review

दोनों मिलने का निर्णय करते हैं कुछ पुरानी यादों को याद कर खुश होते हैं और कुछ पुरानी बातों पर चर्चा करते हैं। दोनों एक-दूसरे में अपने को खोजते हुए अपने-अपने जगह के एक कोने में दुबक जाते हैं। इसी दौरान मानव रस्किन बॉन्ड से मिलने भी जाते हैं जिसमें उनके साथ शायर भी रहती है। दोनों रस्किन से मिलकर बहुत खुश होते हैं। उसके बाद शायर अपने मंजिल की ओर चली जाती है।

उसके बाद मानव जैसे दो साल के लिए ठहर से जाते हैं लेकिन एक दिन अचानक वह नाय्या से मिलने के लिए कोपेनहैगन को निकल जाते हैं और नाय्या को इसका मेल भी कर देते हैं। जिसमें वह उनका स्वागत करती है।

कोपेनहैगन में मिलने के दौरान दोनों एक-दूसरे को साझा करते हैं और मानव कहते हैं कि वह उन्हे लिख रहे हैं। जिसे लेकर नाय्या उन्हे सपोर्ट भी करती है। नाय्या मानव से मिलने के बाद अपने बेटे कार्ल के बारे में सभी जानकारी और अपनी भावनाओं को साझा करती है, जिसे मानव अपने लिखे में जगह देते जाते हैं।

नाय्या मानव को हर उस जगह पर लेकर जाती है, जहां कार्ल रहता था, जहां उसने अपना बचपन बिताया, उसके स्कूल, उसके खेलने की जगह, वह खिड़की भी, जहां से कार्ल ने छलांग लगाई, फिर उसके बाद वो अस्पताल, वो चेयर, वो बेड फिर उसके बाद वो स्थान जहां मरने के बाद कार्ल को दफनाया गया। वो सारी जगह जहां नाय्या की भावनाएं जुड़ी हुई थी, सभी जगह पर मानव ने विजिट किया और अपने भावनाओं के अनुसार अपने किताबों में जगह भी दी।

जाते-जाते नाय्या मानव को अपने घर पर इन्वाइट करती है और दोनों साथ काफी भी पीते हैं। एक-दूसरे से विदाई लेने से पहले। फिर मानव अपने देश को वापस लौट जाते हैं।  

पाठक! कृपया ध्यान दें:- Brida: Book Review

कुछ अच्छे और महत्वपूर्ण अंश-

मुझे इस किताब का सबसे अच्छा पार्ट ये लगा, जब मानव शायर के साथ रस्किन बॉन्ड से मिलने जाते हैं।

सुबह हम दोनों रस्किन बॉन्ड से मिलने उनके घर की तरफ चल दिए। मेरे दिमाग में बहुत-सी कहानियाँ घूम रही थी। लेखन की सरलता, उनकी बिल्ली, उँकाई खिड़की पर चिड़िया का आना, धूप, पेड़, पहाड़, तितली, ट्रेन, देहरादून, उनके पिता से उनका संबंध। मेरे उत्साह में हम दोनों समय से बहुत पहलए उनके दरवाजे पर जाकर खड़े हो गए थे। मैं खुद को रोक नहीं पाया और मैने बेल बजाय दी।

मैने बहुत पहलए किसी दोस्त से कहा था कि मैं अपने बुढ़ापे में रस्किन बॉन्ड की तरह लिख रहा होऊँगा। उनके बेटे ने दरवाजा खोला। हम एक छोटे कमरे में बैठे हुए उनके प्रगट होने का इंतजार कर रहे थे। वो कमरा किताबों से अटा पड़ा था। मेरी इच्छा हुई कि मैं उठकर सारी किताबों को एक बार टटोलकर देख लूँ। पर हम दोनों अपनी उत्सुकता भीतर दबाए बैठे रहे।

मैं अचानक सोचने लगा कि क्या नाय्या से मिलना भी ऐसा ही होगा! मैं किसी कमरे में बैठा उनका इंतजार कर रहा होऊँगा कोपेनहैगन में और कुछ देर में उनके आने की आहट आएगी। तभी पर्दे के पीछे से आहट हुई और वह प्रगट हुए, लाल नाइट गाउन पहने हुए। वह अपनी बड़ी-सी कुर्सी पर बैठ गए जिसके ठीक बगल में हीटर रखा हुआ था। हाम दोनों खड़े हो गए। मैं अपने साथ अपना पहला उपन्यास भी साथ ले आया था जो अभी-अभी प्रकाशित हुआ था।

पाठक! कृपया ध्यान दें:- Sophie’s world: Book Review

मैने सबसे पहलए उनके हाथों में अपनी किताब को रख दिया। वह कुछ देर उसे देखते रहे फिर उन्होंने कहा कि मेरे साथ इसकी तस्वीर ले लॉ। मैने तस्वीर के बदले वीडियो बना लिया। मैं अपने प्रिय लेखक से क्या बात करना चाहता हूँ? मैं बार-बार इस सवाल को अपने भीतर दोहरा रहा था। मैने इशारे से शायर से कहा कि कुछ बात करो, पर वह बस उनकी तरफ देखकर मुसकुराती रही। फिर मैने उनके लेखन के बारे में कुछ बहुत ही सीधे सवाल कीए उनके सारे जवाबों में बहुत ह्यूमर भरा हुआ था।

मेरे साथ-साथ शायर भी बहुत हँस रही थी। उन्होंने दस मिनट का समय दिया था और हमें आधे घंटे से ऊपर हो चुका था। जब हम जाने लगे टॉ उन्होंने अपनी नई किताब की एक-एक प्रति हम दोनों को दी, अपनी हस्ताक्षर करके।

“ये लड़की तो बिल्कुल बात नहीं करती, पर हँसती बहुत अच्छा हैं।”

उन्होंने अंग्रेजी में कहा। हम दोनों फिर हँस दिए। जाते वक्त मैने उनसे कहा कि अगर कोविड का खतरा नहीं होता तो मैं आपके गले लग जाता। “वो तो तुम अभी भी लग सकते हो।” ये कहते ही उन्होंने अपने दोनों हाथ फैला दिए।

पाठक! कृपया ध्यान दें:- Aahil by Rahgir: Book Review

पात्रों के चरित्र-चित्रण-

नाय्या-

नाय्या कोपेनहैगन में रहने वाली एक लेखिका है, जो अपने जवान बेटे को खो चुकि है। वह बहुत ही भावुक है। वह अपनी भावनाओं को समेटने के लिए अपनी लेखन का सहारा लेती है। जो काफी एक चर्चा का विषय बन जाता है। जिसके वजह से कोपेनहैगन की एक चर्चित चेहरा बन जाती है, जिसके वजह से मानव भी उन तक पहुचते हैं।

शायर-

शायर मानव की उन सभी पुराने दोस्तों में बहुत ही खास है, जो कभी मानव के साथ उनके नाटक में भाग लिया था। जो मानव उस हद तक जानती है, जहां तक शायद मानव भी खुद अपने को नहीं जानते। वह भी एक आर्टिस्टिक महिला है। जो के आजादी चाहती है। जिसे खुले वातावरण अपने तरफ बहुत आकर्षित करते हैं।   

पाठक! कृपया ध्यान दें:- Dard ka Rishta: Book Review

Quotes

एक जिज्ञासा उस समय को समझने की जिसमें आप सामान्य जीते रहने से बाहर फेंक दिए जाते हैं।

Titali

अगल-बगल सारे कुछ में हमारा लगातार बूढ़ा होना बंद नहीं होता, तो इसका मतलब है कि समय आगे बढ़ रहा है पर वो समय नहीं जिसका वह हिस्सा हैं।

Titali

समय असल में एक व्यक्ति है जो एक जगह स्थिर खड़ा है।

Titali

जब खूबसूरती सामने घट रही होती है तो हम महज़ उसे ताकते रह सकते हैं फिर किसी गाय की तरह एक दिन पीपल की छाया तले हम अकेले बैठेंगे और इस सुंदरता की जुगाली करेंगे।

Titali

अपने निज में शरण पाने में व्यक्ति को दोगलेपन की बू आती है।

Titali

आप माँ-बाप की मृत्यु से अपना अतीत खत्म होता देखते हैं, जिसका अपना दुख है।

Titali

मृत्यु का आना दिए का बुझना नहीं है, मृत्यु का आना असल में सुबह का होना है जिसमें दिए की जरूरत नहीं है।

Titali

इंसानी फितरत ही कुछ ऐसी है, जो चीज असंभव है मन उसी तरफ भागता दिखता है।

Titali

हम कितना सोचते हैं कि जो हम चाहते हैं अगर वो एक बार पा जाएँ तो उसके बाद सारा जीवन कितना सुखद बीतेगी!

Titali

अधूरी पड़ी चीजों को पूरा करना अपने अतीत से बदला लेना है।

Titali

अपने अधूरे पुराने लिखे पर वापस पहुचते ही बेहद अपनापन महसूस होता है, जैसे कोई बहुत आत्मीय-सा जाने कब से आपका इंतजार कर रहा था!

Titali

हम कितना भी ईमानदार होना चाहें, कभी पूरी तरह ईमानदार नहीं हो सकते हैं।

Titali

साथ हँसना एक तरीके का समझौता होता है कि अब हम एक-दूसरे पर थोड़ा और विश्वास कर सकते हैं।

Titali

हम सब खुशियां बांटना जानते हैं, पर पीड़ा को भोगने के लिए हम सब बहुत स्वार्थी हो जाते हैं।

Titali

हम कभी जीते हुए मृत्यु के बारे में नहीं सोचते, हमें हमेशा लगता है कि ये सारा कुछ स्थाई है, हम भी और हमारा सारा आस-पास भी।

Titali

किसी किताब का बार-बार पढ़ा जाना किसी अच्छे दोस्त से बार-बार मिलने जैसा होता है।

Titali

हम अपने जीवन में, अपने कहे में कभी भी बहुत ईमानदारी से वो सब कुछ नहीं कह पाते तो हमारे भीतर गुज़र रहा होता है।                                                                  

Titali

FAQ

Q “तितली” उपन्यास का लेखक कौन है?

“तितली” उपन्यास का लेखक मानव कौल है।

Q “तितली” उपन्यास का मुख्य पात्र कौन है?

मानव कौल द्वारा लिखित इस पूरे उपन्यास को पढ़ने के बाद जहां तक मुझे लगा कि “तितली” का मुख्य पात्र कार्ल है।

Q मानव कौल द्वारा लिखित तितली का प्रकाशक कौन है?

मानव कौल द्वारा लिखित “तितली” का प्रकाशक हिन्द युग्म प्रकाशक हैं।

Q “तितली” का सारांश क्या है?

मानव कौल द्वारा लिखित तितली आपको दो भागों में पढ़ने को मिलेगी। एक भाग में आपको वर्तमान समय मे मानव का जीवन और दूसरा भाग वो है, जिसमें मानव कोपेनहैगन में रहने वाली नाय्या द्वारा लिखित कार्ल बुक को पढ़ते है और उसे अपने उपन्यास में उसे जगह देते हैं।  

PDF Download

नीचे दिए गए print बटन पर क्लिक करें और save as pdf पर क्लिक करें।

दोस्तों के साथ साझा करे

Leave a Reply

Your email address will not be published.