Time Management in Hindi|Time management Quotes

Time Management in Hindi|Time management Quotes in Hindi pdf download

Time Management in Hindi|Time management Quotes in Hindi pdf download. डॉ. सुधीर दीक्षित द्वारा लिखा गया टाइम मैंनेजमेंट को लेकर लिखा गया एक ऐसा किताब, जिससे आप समय के सेवश्रेष्ठ उपयोग के 30 सिद्धांत से अपने जीवन में सुधार ला सकते हैं।

Time management in hindi book review

“Time Managment” डॉ. सुधीर दीक्षित ने टाइम मैनेज के 30 सिद्धांतों को एक किताब का शक्ल दिया है। जिसका उपयोग विद्यार्थी, कर्मचारी और गृहणी तीनों के लिए बहुत उपयोगी है। बल्कि मैं तो इसमे विद्यार्थी को प्राथमिकता दूंगा। मुझे लगता है कि उन्हे इसकी सबसे ज़्यादा जरूरत होती है।

विद्यार्थी जीवन में बहुत कुछ करना होता है। स्कूल से लेकर, घूमने-फिरने, खेलने-कूदने, अपने दोस्तों से मिलने से लेकर पढ़ाई-लिखाई और खाने-पीने के बाद सोने तक का काम। विद्यार्थी इस किताब को पढ़ने के बाद आसानी से अपने दिनचर्या को मैनेज कर सकते हैं। और उन पर निरंतर फालों कर, अपने जीवन को एक अमूर्त रूप दे सकते हैं।   

डॉ. सुधीर दीक्षित द्वारा लिखित यह किताब “Time Managment” कोई उपन्यास, कहानी संग्रह या कविता किताबों की तरह नहीं है। इसमें अपने टाइम को मैनेज करने के 30 सिद्धांत दिए गए हैं। डॉ. दीक्षित बताते हैं कि इस किताब का पहला मूल प्रति में सिर्फ 10 सिद्धांत ही दिए गए थे। लेकिन इसकी महत्ता और मांग को देखते हुए कुछ और भी रिसर्च करने के बाद 20 और सिद्धांत को बढ़ाया गया है।

चुकी पहली मूल किताब आज के किताब से बहुत पतली थी; वो तो अब भी है, लेकिन हाँ! पहले से थोड़ी मोटी है। इस किताब को पतले रखने के पीछे डॉ. दीक्षित का कहना है कि ये किताब टाइम मैनेज करने के लिए लिखी गई, तो इसे पढ़ने का वक्त ज़्यादा ना लगे।

“Time Managment” मैने अपने टाइम को पहली बार मैनेज के लिए कक्षा चार या पाँच में एक पेज का बनाया था। जिसमें अपने कार्यों को करने के लिए मैने प्रत्येक निर्धारित समय पर सुबह उठने से लेकर सोने तक का टाइम टेबल था। लेकिन कुछ दिन फालों करने के बाद मैने फाड़ दिया। क्योंकि मेरे बस का नहीं था। जिसका मुझे अब पछतावा है। लेकिन इस किताब ने मुझे प्रेरित किया है।  

Summary

समरी-  “Time Managment”  जैसी किताब लिखकर डॉ. दीक्षित ने आज के समय के हर वर्ग के मनुष्य को समय की कीमत बताने के लिए एक बहुत ही अच्छा उदाहरण पेश किया है। टाइम की बढ़ती कीमत और घटनी महत्ता को देखते हुए ये जरूरी है कि सब लोग अपना टाइम को अपने हिसाब से मैनेज कर सके, ताकि अपने जीवन को सार्थक, सुखी, सम्पन्न और सफल बना सके।

डॉ. दीक्षित ने अपने तीस सिद्धांतों को बताने से पहले कुछ बुनियादी सवालों को भी उजागर किया है, जिसके कारण जानने के बाद आप अपने टाइम को मैनेज करने के प्रति अग्रसर हो सकें। 

पहला बुनियादी सवाल-

“आजकल समय की इतनी कमी क्यों महसूस होती है?” समय पर कम ना करने पर हम झल्ला जाते है, आगबबूला हो जाते हैं, तनाव में आ जाते हैं। जबकि हमने समय को बचाने के लिए कितने आधुनिक मशीनों का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है, बजाय इसके हमारे पूर्वज इसका इस्तेमाल नहीं करते थे और उनका सारा काम बड़े ही आसानी से और समय पर हो जाता था।

दूसरा बुनियादी सवाल-

“आपके पास कितना समय है?” डॉ। दीक्षित कहते हैं कि अगर मान लिया जाए कि भर्तृहरि के अनुसार मनुष्य के पास जन्म लेने से 100 साल का उम्र सिमा है तो इसमें आधा जीवन सोने और बाकी बचा आधा बाल्यावस्था और वृद्धावस्था मे चला चला जाता है और बाकी का बचा 25 वर्ष , जीवन की पीड़ा और बीमारी में चला जाता है तो बाकी का तो कुछ बचा ही नहीं। तो अगर हम अप[आना सब काम सही टाइम को मैनेज करते हुए नहीं करेंगे तो हमारे हाथ कुछ भी नहीं आएगा।

तीसरा बुनियादी सवाल-

“आपका समय कितना कीमती है?” डॉ. दीक्षित ने इस सवाल को समझाने के लिए एक उदाहरण को पेश किया हैई जिसमे कोई मनुष्य 20,000 महीने की सैलरी पर 25 दिन 8 घंटे कम कर रहा है तो उसका प्रति घण्टा 100 रुपये हुआ। अगर वो व्यक्ति हर रोज अपना एक घण्टा ही बर्बाद कर रहा है तो उसने 100 रुपये नष्ट हो गए। इस हिसाब से साल के 36,000  रुपए उसने बर्बाद किये। जिसका उसे नहीं करना चाहिए। तो हमे अपने समय की इमत को समझना होगा।

डॉ। दीक्षित अपने इस तीन बुनियादी सवालों को पाठकों के समक्ष रखने के बाद इसके निवारण के अपने तीस सिद्धांतों को प्रस्तुत किया है। जो लोगों को उनके उपयोगी जीवन के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण  है।

डॉ. दीक्षित ने अपने प्रत्येक सिद्धांतों को बताने के लिए कोई छोटी-मोटी घटना या कथं का भी सहारा लिया है, जो पाठकों के मन में घर कर लेगा और उन्हे समझने में आसानी होंगी। सबसे अच्छी बात इस किताब में ये भी है कि प्रत्येक सिद्धांत के बाद उस सिद्धांत से ताल्लुक रखते हुए किसी ना किसी महापुरुषों के कथनों को भी दर्शाई गई है, जो लोगों को बहुत प्रभावित करेगा।

डॉ. दीक्षित द्वारा संशोधित कर लिखे गए 30 सिद्धांत-

  1. समय की लॉग बुक करे।
  2. आर्थिक लक्ष्य बनाएं।
  3. सबसे महत्व पूर्ण काम सबसे पहले करें।
  4. यात्रा के समय का अधिकतम उपयोग करे।
  5. अपना काम दूसरों को सौपना सीखे।
  6. परेटों के 20/80 के नियम को जाने।
  7. पार्किनसन के नियम का लाभ लें।
  8. अपने प्राइम टाइम में काम करे।
  9. सावयम को व्यवस्थित करें।
  10. टाइम टेबल बनाए।
  11. कर्म में जुट जाए।
  12. अपनी कार्यक्षमता बढाएं।
  13. डेडलाइन तय करे।
  14. समय खरीदना सीखें।
  15. भावी लाभ के लिए वर्तमान में त्याग करे।
  16. निश्चित समय पर काम करे।
  17. समय की बर्बादी के गुरुत्वाकर्षण नियम को जाने।
  18. न्यूटन के गति के पहले नियम का लाभ लें।
  19. यह महत्वपूर्ण नहीं है कि आपने कितने समय काम किया; महत्वपूर्ण तो परिणाम हैं।
  20. तय करें कि कौन स काम कब करना है।
  21. सुबह जल्दी उठे।
  22. एक घण्टा व्यायाम करे।
  23. टी.वी. के संदर्भ में सावधान रहे।
  24. मोबाइल का न्यूनतम उपयोग करें।
  25. इंटरनेट पर समय बर्बाद न करें।
  26. आलस से बचे।
  27. टालमटोल ना करे।
  28. अगले दिन की योजना बनाकर अवचेतन मन की शक्ति का लाभ लें।
  29. बुरी बातों से बचे।
  30. सापेक्षता के नियम को समझे।  

कुछ अच्छे और महत्वपूर्ण अंश- 

  • बीसवीं सदी से पहले कार नहीं थी, मोटर साइकिल या स्कूटर भी नहीं थे लेकिन हमारे पूर्वजों को कहीं पहुंचने की जल्दी भी नहीं थी। पहले मिक्सर, फूड प्रोसेसर या माइक्रोवेव नहीं थे, लेकिन गृहिणीया सिल पर मसाला पीसने और चूल्हा पर खाना पकाने में किसी तरह की हड़बड़ी नहीं दिखाती थी। पहले बिजली नहीं थी लेकिन किसी को रात भर जाग कर काम करने की जरूरत ही नहीं थी।
  • पहले जीवन सरल था और अब जटिल हो चुका है: यही हमारी समस्या का मूल कारण है।  पहले जीवन की रफ्तार धीमी थी, लेकिन अब तेज हो चुकी है। अब हमारे जीवन में इंटरनेट आ गया है, जो पल झपकते ही हमें दुनिया से जोड़ देता है। अब हमारे जीवन में टी. वी. आ चुका है, जिसका बटन दबाते ही हम दुनिया की खबरें जान लेते हैं । अब हमारे पास कारें और हवाई जहाज है, जिनमें हम तेजी से कहीं भी पहुंच सकते हैं।
  • यदि आप समय के सर्वश्रेष्ठ उपयोग को लेकर गंभीर हैं तो इसका सबसे सीधा समाधान यह  है: यदि आप किसी तरह आधुनिक आविष्कारों से मुक्ति पा लें और दोबारा पुराने जमाने की जीवनशैली अपना लें, तो आपको काफी सुविधा होगी।  नहीं, नहीं… मैं यहां चूल्हे पर रोटी पकाने या मुंबई से दिल्ली पैदल जाने की बात नहीं कर रहा हूं। मैं तो केवल यह कहना चाहता हूं कि मोबाइल टी. वी. इंटरनेट, चैटिंग आदि समय बर्बाद करने वाले अविष्कारों का इस्तेमाल कम कर दें।
  • पहले घड़ी हमारे जीवन पर हावी नहीं हुई थी और उसका सीधा सा कारण यह है कि ज्यादातर लोगों के पास घड़ी थी ही नहीं । पहले अलार्म घड़ी की कोई जरूरत नहीं थी; मुर्गे की बांग ही काफी था । तब 8:15 की लोकल पकड़ने का कोई तनाव नहीं रहता था। तब कोई काम सुबह 9:00 हो या 9:15 बजे, कोई खास फर्क नहीं पड़ता था…  लेकिन आज पड़ता है।
  • समय अनमोल है, क्योंकि वास्तव में समय ही संसार की एकमात्र ऐसी चीज है, जो सीमित है।  अगर आप दौलत गवा देते हैं, तो दोबारा कमा सकते हैं।  घर गवा देते हैं, तो दोबारा पा सकते हैं।  लेकिन अगर समय गवा देते हैं, तो आपको वही समय दोबारा नहीं मिल सकता।  हमारे पास जीवन में बहुत कम समय है और यह समय सीमित है। यदि हम अपनी अपेक्षित आयु 100 वर्ष मान लें, तो हमारे पास जीवन में कुल 36,500 दिन हो ही होते हैं।

यह भी पढे:-

Time management Quotes in Hindi

  1. हम जिन महत्वपूर्ण समस्याओं का सामना करते हैं, उन्हें सोच के उसी स्तर पर नहीं सुलझाया जा सकता, जिस पर हमने उन्हें उत्पन्न किया था।
  2. जब तक हम समय का प्रबंधन नहीं कर सकते, तब तक हम किसी भी चीज का प्रबंधन नहीं कर सकते।
  3. जलतरंग के समान चंचल इस जीवन में लेस मात्र सुख भी नहीं है।
  4. किसी नई चीज़ को करने के लिए आपको पुरानी चीज़ छोड़नी होंगी।
  5. महत्वपूर्ण बात यह नहीं है कि आपका इनपुट क्या है, महत्वपूर्ण बात यह है कि आउट्पुट क्या है।
  6. हर महत्वकांक्षी व्यक्ति को अपने सबसे महत्वपूर्ण काम सबसे पहले करने चाहिए।
  7. अधिकांश बड़े लक्ष्य हासिल न हो पाने का कारण यह है कि हम छोटी चीजों को पहले करने में अपना समय बर्बाद कर देते हैं।
  8. जब आपके मन में किसी कार्य को करने की प्रबल इच्छा होती है, तो समय निकल ही आता है।
  9. लक्ष्य जितना बड़ा होगा, उपलब्धि भी उतनी ही बड़ी होंगी।
  10. काम के लंबें घंटे महत्वपूर्ण नहीं हैं; महत्वपूर्ण बात यह है कि वे ठोस और सघन हो।
  11. अगर आप भविष्य में सफलता की फसल काटना चाहते हैं, तो आपको उसके लिए बीज आज ही बोने होंगे।
  12. अपनी कार्यक्षमता बढ़ाने के लिए आपको अपने चुने हुए क्षेत्र में लगातार सीखना होगा।
  13. आपका लक्ष्य न्यूनतम समय में सर्वश्रेष्ठ कार्य करना होना चाहिए।
  14. हर सफल व्यक्ति भावी लाभ के लिए वर्तमान समय का निवेश करता है।
  15. आपका भविष्य इस बात पर निर्भर करता है कि आप कौन सा विकल्प चुनते हैं : वर्तमान क्षणिक आनंद का या भावी दीर्घकालीन सुख का।
  16. अगर आप को किसी दीवाल पर चढ़ना हो , तो गलत दीवार से टिकी सीढ़ी पर तेजी से न चढ़े।
  17. मोबाइल आधुनिक युग की वह देन है, जिसका फंदा आपके समय के गले मे दिनों दिन कास्ट हे जा रहा है।
  18. बुलंद इरादों से हर समस्या सुलझ सकती है और कमज़ोर  इरादों से हर समस्या विकराल लग सकती है।
  19. लक्ष्य हमारे पैरों को आगे बढ़ने की शक्ति देते हैं और हमें कष्ट सहन करने का संबल प्रदान करते हैं।
  20. मेहनत का मतलब हमेशा सफलता नहीं होता।  सफलता पाने के लिए यह जरूरी है कि मेहनत सही दिशा में की जाए।
  21. आर्थिक विश्लेषण से हमें यह पता चल जाता है कि हम सही दिशा में मेहनत कर रहे हैं या नहीं।

FAQ-

Q: “Time Management” क्या है?

Ans: अगर आप अपने चार-पाँच कार्यों को करने से पहले उन्हे पूरा करने के लिए एक समय का निर्धारण करते हैं या उस काम को एक निश्चित क्रम मे, समय में करने का निर्धारित समय का चयन करते हैं तो यह प्रबंधन टाइम मैनेजमेंट कहलाता है। 

Q: Time Management“ करने से क्या होता है?

Ans: आपके कार्य करने की क्षमता बढ़ जाती है। आप किसी भी कार्य को उसके समय से पहले पूरा कर सकते हैं। जिसमें लगने वाले फालतू समय की बचत होती है।

Q:  “Time Management” किसे करना चाहिए?

Ans: यह तो सवाल ही पैदा नहीं होता कि किसे करना चाहिए? बल्कि मैं तो कहूँगा कि अगर आप मनुष्य योनि में हैं तो आप सबको इसकी जरूरत हर कदम पर पड़ती है। मनुष्य के जन्म से लेकर उसके मृत्यु तक। टाइम हर एक के लिए बहुत ही जरूरी है।

अगर आप अपनी पढ़ाई, अपने काम को सुव्यवस्थित ढंग से निर्धारित समय के अंदर पूरा करना चाहते हैं तो आपको अपने टाइम को मैनेज करना ही होगा।

Q: “Time Management” के लेखक कौन हैं?

Ans: टाइम मैनेजमेंट के लेखक डॉ. सुधीर दीक्षित हैं।

pdf download

नीचे दिए गए print बटन पर क्लिक करें और save as pdf पर क्लिक करें। 

दोस्तों के साथ साझा करे

Leave a Reply

Your email address will not be published.