The Psychology of Money Book

The Psychology of Money Book Summary in Hindi by Morgan Housel pdf download

The Psychology of Money Book Summary in Hindi by Morgan Housel pdf download. भली भांति धन प्रबंधन करने का संबंध अवश्य रूप से इससे नहीं है कि आप क्या जानते है? इसका संबंध आपके आचरण से है। और आचरण सिखाना कठिन काम है, उन्हे जो होशियार हैं।

Review of The Psychology of Money Book in Hindi

“धन-समपत्ति का मनोविज्ञान” मॉर्गन हॉउज़ल द्वारा लिखित हिन्दी अनुवाद है। जो मोटिवेशनल और सेल्फ हेल्प बुक है। मॉर्गन इस किताब को लिखने से पहले अपने बहुत सारे दोस्तों की मदद से बहुत सारा डाटा की छान-बिन करने के बाद एक किताब के रूप दिया है। जो पाठकों के लिए बहुत ही मददगार साबित हुआ है।

पच्छिम सभ्यता के लेखकों द्वारा आपने आज तक ऐसे बहुत सारे किताबों को पढ़ा होगा, जो हमें धन-समपत्ति को अपने तरफ आकर्षित करने को बताते हैं या कमाने के बारे में बताते हैं। लेकिन इस किताब में मॉर्गन हमें बताते हैं कि धन-समपत्ति कमाना एक अलग बात होती है पर उसे बचाना, कमाने से भी बड़ी बात होती है।

आप अपने पैसे का इस्तेमाल कैसे करते हैं, ये निर्भर करता है कि आप धन-समपत्ति बनाने में सफल होंगे या नहीं। आप अपने धन को उपयोग किस काम में करते हैं। कहीं आप दूसरों को दिखाने के चक्कर में बड़ी महंगी गड़िया, या होटल वैगरह में अपने पैसे तो नहीं गवाते, जिसके कारण बाद में आपको खासी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

मॉर्गन की ये किताब पैसे कमाने के लिए वरन कमाए हुए पैसे को सही तरह से इस्तेमाल और सही तरह से बाज़ार में इन्वेस्ट करने को प्रेरित करती है। ताकि जब आप अपने कंपनी या सरकारी पद से सेवानिर्वित  होंगे तो आप अपना जीवन अच्छी तरह से खुशहाली में गुजार सकें। 

मॉर्गन हाउज़ल यह किताब जिसमें 20 अध्याय हैं, जिनमें हर एक मेरे अनुसार धन-समपत्ति के मनोविज्ञान की सबसे महत्वपूर्ण और प्रति-अंत प्रग्यात्मक विशेषताओं का वर्णन करता है। सभी अध्याय एक मूल विषय के इर्द-गिर्द घूमते हैं, लेकिन साथ ही अपना एक अस्तित्व भी रखते हैं, जो स्वतंत्र रूप से पढे जा सकते हैं। पाठक गण से अनुरोध है कि आप एक बार इस किताब को अपने जीवन में धन-समपत्ति की संचय करने के लिए एक बार जरूर पढे और आराम से पढे। ताकि मॉर्गन द्वारा लिखी गई 20 लघु पाठ आपको बेहतर समझ में आए और आप उसे अपने जीवन में उतार कर जीवन सुदृढ़ बना सके।

Summary of The Psychology of Money Book in Hindi

मॉर्गन की यह किताब कोई उपन्यास की तरह लंबी नहीं है। जिसे अधिकतर पाठक उन पुस्तकों को समाप्त नहीं कर पाते जिन्हे वे पढ़ना आरंभ करते हैं क्योंकि अधिकांश इकलौते विषयों को 300 पृष्ठों के विवरण की आवश्यकता नहीं होती। इसके बदले मॉर्गन ने 20 छोटी-छोटी पॉइंट्स को लिखना पसंद किया है जिन्हे पाठक आसानी से एक-एक पॉइंट्स को समाप्त कर सके, बजाय एक लंबी किताब के। जिसे आप बीच में पढ़ना छोड़ दें।

मॉर्गन अपनी इस किताब में लिखे गए सभी पॉइंट्स को पाठकों को समझाने के लिए हर एक पॉइंट्स में एक-एक घटना का उदाहरण देते हुए बताया है। जो कि सराहनीय है।

इस किताब का आधार यह है कि धन-समपत्ती के मामले मे आप कैसा व्यवहार करते हैं और कितना अच्छा प्रबंधन करते हैं, यह इस पर कम निर्भर करता है कि आप कितने होशियार है और इस पर ज़्यादा कि आपका व्यवहार कैसा है। और व्यवहार सिखाना कठिन कार्य है।, उन्हे भी जो वास्तव में होशियार हैं।The Psychology of Money Book

मॉर्गन बताते हैं कि जब वे अपने पढ़ाई के दिनों में जब लॉस एंजेलिस के एक होटल में काम करते हुए बिताया था, तब उनका सामना एक बहुत ही रईस और साथ ही डिग्री धारक आदमी रिचर्ड फुसकोन से हुआ। जिसके पास महंगे होटल में दिन बिताने के लिए सोने के सिक्के थे, जिसके पास महंगी कारें थी। जो अपने पैसों को बहुत तुच्छ समझता था, जिस समय किसी के पास पैसा नहीं होता था। फुसकोन अपने साथियों के साथ सोने के सिक्के को समुन्द्र में उछालते हुए मजा करता था।

2000 के दशक के बीच फुसकोन ने ग्रीनविच, कनेक्टिव में एक 18,000 वर्ग फुट के घर का विस्तार करने के लिए जमकर ॠण लिया। इस घर में 11 गुसलखाने, दो एलिवेटर, दो स्विमिंग पूल और 7 गैराज थे, और इस घर के रखरखाव का मासिक खर्च $90,000 से भी अधिक था।

फिर वर्ष 2008 का वित्तीय संकट आ पड़ा।

इस संकट ने वस्तुतः सभी की आर्थिक स्थिति को चोट पहुचाई, इसने फुसकोन को प्रत्यक्ष रूप से मिट्टी में रख दिया। अत्यधिक ॠण और अनकदी परिसंपत्ति ने उसे दीवालिया बना कर छोड़ा। और उसे जज के सामने कहना पड़ा कि उसके पास कोई संपत्ति नहीं है, जिसके बाद उसके घर को 75% कम पैसों में नीलाम कर दिया गया।

रिचर्ड फुसकोन लालची तो वही रोनाल्ड रीड एक धैर्यवान।

रोनाल्ड रीड की कहानी फुसकोन से बिल्कुल विपरीत है। जिसके पास फुसकोन जैसी ना ही कोई ऊंची डिग्री है ना ही फालतू व्यय करने के लिए सोने के सिक्के। रोनाल्ड जेम्स रीड एक अमेरिकी जनहितैषी, निवेशक, जैनितर, और गैस स्टेशन परिचर थे। रोनाल्ड रिड हाईस्कूल पास होने वाले अपने खानदान के पहले व्यक्ति थे। जो उन्हे खास बनाता था कि रिड स्कूल कैंपस में आने के लिए लिफ्ट लेकर आते थे।

स्कूल से छूटने के बाद रीड ने 25 वर्षों तक गैस स्टेशन में काम किया और 17 वर्षों तक जे सी पेनए में फर्श पर झाड़ू लगाई। 38 वर्ष की आयु में उन्होंने $12, 000 में एक छोटा घर खरीदा, जिसमें उनका जीवन गुजारा हो सके। 50 वर्ष की आयु में पत्नी के चले जाने के बाद उन्होंने दोबारा शादी भी नहीं की।

वर्ष 2014 में 92 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया। और तब जाकर इस विनीत, ग्रामीण जैनितर ने सुर्खियां रची। 2014 में 2, 813,503 अमेरिकी नागरिकों की मृत्यु हुई। इनमें से 4,000 से भी लोगों की शुद्ध समपत्ति उनकी मृत्यु के समय 8 मिलियन डॉलर थी। रोनाल्ड रीड उनमें से एक थे।

अपनी वसीयत में इस पूर्व जैनिटर ने अपने सौतेले बच्चों के लिए 2 मिलियन डॉलर और स्थानीय अस्पताल एवं पुस्तकालय के लिए 6 मिलियन डॉलर छोड़े थे। जिसे जानकर रीड को चाहने वालों ने अपना माथा पकड़ लिया था। बाद में पता चला कि इसमे कोई खास रहस्य नहीं था। न तो रीड ने कोई लॉटरी जीती थी और न ही उन्हे यह पैसा विरासत में मिला था। रीड ने जितना संभव था उतनी बचत की और वह पैसा ब्लू चिप स्टॉक्स में लगा दिया, फिर उन्होंने दशकों तक प्रतीक्षा की जब तक वह छोटा सा निवेश राशि बढ़कर 8 मिलियन डॉलर में बदल गई।  The Psychology of Money Book   

मॉर्गन बताते हैं कि धन-समपत्ति को कमाना, धन-समपत्ति को बचाने से बहुत ही आसान है। कोई भी आदमी, जो अपनी सेवानिवृति के दिनों को आराम से बिताना चाहता है तो उसे धन का खर्च सही तरीके से सही जगह पर व्यय करना होगा। धन कमाने की हद को कभी पार न करें और मन में संतुष्टि बनाए रखे। जो मनुष्य की सुखमय जीवन के लिए बहुत ही लाभकारी होगा।

आदमी अपने कमाए हुए पैसे को थोड़ा-थोड़ा करके और नियमित रूप से, चाहे सिचुएशन कोई भी हो, बाज़ार गिरे या ऊपर जाए इन्वेस्ट करना चाहिए। जिसकी एक दिन सही समय आने पर उस जमा की गई राशि कंपाउन्डिंग में अपनी ताकत दिखाएगी।

असली धन-समपत्ति वो नहीं होती, जो दूसरों को दिखाई जाती है, जैसे आप कोई महंगी कार ले लेते हैं या बड़े होटलों में आपका आना-जाना शुरू हो जाता है। असली धन-समपत्ति वी होती है, जिसे आप बचा कर रखते हैं, और उसका इस्तेमाल तब करते हैं जब आपके आस-पास का माहौल क्यों ना खराब हो, जैसे कोरोना काल का समय।

चीजे बदलती रहती हैं, आप पुराने दिए गए विचारों या सलाह को आज के समय उसे इम्प्लीमेंट नहीं कर सकते, जिसका नतीजा कुछ भी हो सकता है, वो आज समय के हिसाब से आपके अनुकूल कभी नहीं होगा, जिसका खामियाजा आपको ही भुगतना पड़ेगा।

वास्तव में, हर योजना का सबसे महत्वपूर्ण भाग तब के लिए योजना बनाना है जब आपकी मुश्किल की घड़ी में कोई भी योजना काम ना करे। मनोविज्ञान का एक आधार यह है कि लोग अपने भविष्य के प्रारूप के पूर्वानुमानकर्ता होते हैं।

कभी भी कुछ भी मुफ़्त नहीं होता, हर एक चीज की कीमत होती है, जिसे चुकाना ही पड़ता है। और तब आप उसका लाभ उठा सकते हैं।

धन को लेकर कोई बात इतना मायने नहीं रखती, जितना अपनी समय परिधि को समझना और उन लोगों के व्यवहार और आचरण से प्रभावित होगा, जो आपसे अलग खेल खेल रहे हैं।

निराशावाद से लोगों को लगता है कि आपको उनकी चिंता है, जबकि आप उन्हे आशावाद का किरण दिखाएंगे तो लोग आपको पागल समझेंगे।    

कुछ अच्छे और महत्वपूर्ण अंश-

इस किताब में बहुत सारे अच्छे और महत्वपूर्ण अंश हैं, जिनमे से मैने सिर्फ पाँच को ही नीचे लिखा है ताकि आपको पढ़ते समय ज्यादा समय ना लगे, अगर आप बाकी प्वाइंट्स को भी पढ़ना चाहते हैं तो क्लिक करें।

  • सामान्य व्यक्ति जिन्हें वित्तीय ज्ञान नहीं है, धनी हो सकते हैं अगर उनके पास कुछ ऐसे व्यवहारिक कौशल हो जिनके लिए बुद्धिमत्ता की औपचारिक युक्तियों की आवश्यकता नहीं होती।
  • पैसा हर जगह है, यह हम सबको प्रभावित करता है और हम में से अधिकांश को भ्रमित भी ।
  • हर कोई पैसे के बारे में कुछ अलग ही ढंग से सोचता है। यह हमें ऐसे सबक सिखाता है, जो हमारे जीवन के कई पहलुओं में लागू होते हैं जैसे जोखिम उठाना, आत्मविश्वास और सुख। 
  • कुछ ऐसे हैं जो यह जानने और समझने के लिए अधिक शक्तिशाली आवर्धक लेंस प्रदान करते हैं कि लोग जिस प्रकार पैसे के प्रति आचरण करते हैं, वे आखिर ऐसा क्यों करते हैं । यह पृथ्वी पर सबसे बड़े प्रदर्शन में से एक है।The Psychology of Money Book
  • राहगीर की कविता संग्रह को पढ़ने के लिए अभी क्लिक करें।
  • आपको ब्याज दर का अध्ययन करने की आवश्यकता नहीं है; आवश्यकता  यह है कि आप लालच, असुरक्षा और आशावाद के इतिहास का अध्ययन करें। यह जानने के लिए कि निवेशक नियर मार्केट के तल पर क्यों बेच देते हैं, आपको भविष्य के अपेक्षित रिटर्न का गणित समझने की आवश्यकता नहीं, आवश्यकता है यह है कि आप उस व्यथा के बारे में सोचें जो आप अपने परिवार की ओर देखकर होगी यदि आपके निवेश उनके भविष्य को खतरे में डाल रहे हो।
  • धन दौलत को लेकर जब भी लोग कोई निर्णय लेते हैं, कुछ क्षण में उपलब्ध जानकारी को अपने अद्वितीय दिमागी मॉडल में डालते ,हैं जो उन्हें यह बताता है कि दुनिया कैसे चलती है, और इसके आधार पर उस निर्णय को उचित ठहराते हैं।
  • भाग्य और जोखिम भाई-भाई है। ये दोनों इस वास्तविकता का प्रमाण है जीवन में हर नतीजा व्यक्तिगत प्रयास के अलावा और अन्य ताकतों पर भी निर्भर करता है।The Psychology of Money Book

चाँदपुर की चंदा को पढ़ने के लिए भी क्लिक करें।

महापुरुषों द्वारा कही गई बातें-

नेपोलियन- एक प्रतिभावान व्यक्ति वह है जो एक सामान्य काम कर सके जब उसके चारों तरफ लोग अपना आपा खो रहे हो।

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शरलॉक होम्स- संसार बहुत ही प्रत्यक्ष वस्तुओं से भरा हुआ है, और जिन पर कोई भी ध्यान नहीं दे पाता।

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कार्ल रिचर्ड्स- जोखिम वह हैं जो तब बचा रह जाता है जब आप सोचते हैं कि आपने सब सोच लिया है।

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डिएड्रे मैकक्लोस्की- कुछ ऐसे कारणों की वजह से जिन्हें मैं कभी नहीं समझ पाया, लोग यह मानना पसंद करते हैं कि संसार नर्क की ओर जा रहा है।

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बिल गेट्स- सफलता एक खराब शिक्षक है यह होशियार लोगों को यह सोचने को लुभाती है कि वह कभी हार नहीं सकते।

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आपने क्या सीखा?

  • सब अच्छा होने पर विनम्रता और खराब होने पर क्षमा/दयाभाव ढूंढने का जितना हो सके उतना प्रयास करें।
  • कम अहंकार अधिक संपत्ति।
  • धन-संपत्ति का प्रबंधन इस प्रकार करें कि आप रात में चैन की नींद सो सके।
  • यदि आप एक निवेशक के रूप में सफल होना चाहते हैं तो सबसे शक्तिशाली चीज जो आप कर सकते हैं, वह है समय परिधि को बढ़ाना।
  • बहुत सी चीजों के गलत हो जाने को स्वीकारना सीखिए।आप आधे से अधिक बार गलत हो सकते हैं और फिर भी विपुल संपत्ति प्राप्त कर सकते हैं।
  • संपत्ति का प्रयोग अपने समय पर नियंत्रण के लिए कीजिए।
  • कम दिखावटी और अधिक अच्छे बनिए।
  • बचत कीजिए। बचत कीजिए। आपको बचत के लिए किसी विशेष कारण की आवश्यकता नहीं।
  • सफलता के मूल्य को परिभाषित करें और फिर उसे चुकाने को तैयार रहें।
  • त्रुटि के स्थान की आराधना करें।
  • वित्तीय नियमों की चरम सीमाओं से बचे।
  • आपको जोखिम को पसंद करना चाहिए क्योंकि यह समय के साथ पतिफल प्रदान करता है।
  • जो खेला खेल रहे हैं उसे परिभाषित करें। अ
  • व्यवस्था का आदर करें।
  • अच्छे निर्णय हमेशा तर्कसंगत नहीं होते।
FAQ

Q: धन-समपत्ति का मनोविज्ञान क्या है?

Ans: आदमी को अपने धन के साथ सही आचरण करने को सिखाता है।

Q: धन-समपत्ति का मनोविज्ञान का लेखक कौन है?

Ans: धन-समपत्ति का मनोविज्ञान का लेखक मॉर्गन हाउज़ल हैं।

Q: धन-समपत्ति का मनोविज्ञान को जानने से क्या लाभ होगा?

Ans: ये किताब बताती कि जरूरी नहीं है कि आप अपने सेवानिवृति जीवन को व्यतीत करने के लिए ज्यादा पैसे वाली नौकरी की जरूरत है, आप अपने थोड़े से भी सैलरी को एक निश्चित और नियमित से इन्वेस्ट करते रहे।

Q: धन-समपत्ति का मनोविज्ञान क्या सच में कार्य करता है?

Ans: इस किताब की लाखों प्रतियां अब तक बिक चुकी हैं, जिससे आप यही अंदाजा लगा सकते हैं कि ये कितना कार्यरत हैं। और आदमी के जीवन,में कितना उपयोगी है।

Q: धन-समपत्ति का मनोविज्ञान को नहीं करने से क्या होगा?

Ans: आप हर उस जानकारी से दूर रहेंगे, जिन्हे जानने के बाद आप अपनी गलती को सुधार सकते थे, और अपने धन-समपत्ति को एक समय के लिए बचा सकते थे।

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