Review & Summary of Stranger Trilogy Book 3 in hindi by novoneel chakraborty द्वारा लिखी गई किताब मिस्ट्री और रोमांस बेस्ड है। जिसका हिन्दी अनुवाद “भूल न जाना, अजनबी” अनु सिंह चौधरी ने किया है।

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Review of Stranger Trilogy Book 3 in Hindi by Novoneel Chakraborty
भूल ना जाना,अजनबी। stranger trilogy, के don’t forget me, stranger की हिन्दी अनुवाद है, जिसे अनु सिंह चौधरी ने अनुवाद किया है। अगर आपने अभी तक इसके पहले stranger trilogy की पहला भाग “कौन हो तुम अजनबी” और दूसरा भाग “साथ रहना, अजनबी “ इनमे से कोई भी किताब को नही पढ़ा है अथवा नहीं जाना है तो आपके लिए इस किताब को पढ़ना मुश्किल और उबाऊ भी लगेगी। क्योंकि यह stranger trilogy की book 3 है। इसके पहले book 1(marry me, stranger), book 2 (All yours, stranger) है। Forgate Me Not, Stranger पिछले दो किताबों का से उपजे सवालों का जवाब है।
नोवोनील एक बहुत ही शानदार थ्रीलर कहानी लिखने मे सफल हुए हैं। जो बहुत ही रोचक और बहुत ही गुत्थम-गुत्था है। जिसे एक बार हाथ मे लेकर उसे सुलझाकर ही छोड़ने के मन करेगा। जब तक आप उस पूरी जानकारी को हासिल नहीं कर लेते। जब तक आप उस अजनबी और रिवाना के बीच के संबंध को नहीं जान पाएंगे। stranger trilogy रिवाना को उस अजनबी के बारे मे जानने की कहानी है, जिसे जानने के बाद रिवाना खुद दूसरे के लिए एक अजनबी बन जाती है। इसके बीच का सफर बहुत ही रोमांच और रोमांस से भरपूर है। रिवाना का सहयात्री बनकर आपको भी इसका आनंद उठाना चाहिए।
Summary of Stranger Trilogy Book 3(Forgate Me Not, Stranger) in Hindi by Novoneel Chakraborty
कहानी ईशिता के घर से शुरू होती है जहां रिवाना हिया के घर से कुछ उसके बारे मे जानकारी हासिल कर लौट चुकी होती है। रिवाना के मन मे ये डर बैठ जाता है कि जिस तरह अजनबी ने हिया को मारा, क्या उसे भी मार देगा। दोनों अभी इस बार मे कुछ विचार कर ही रहे होते हैं कि मिसेज बनर्जी का बुलावा आने के बाद रिवाना को जाना पड़ता है। घर जाने पर पता चलता है कि उन्हे मिस्टर दत्ता के यहाँ जाना है। रिवाना को पता लग जाता है कि हो न हो उनके लड़के से शादी के लिए मम्मा ले जाना चाहती है। सब तैयार होकर मिस्टर दत्ता के घर पहुचते हैं। पिछली रात अजनबी के बारे मे सोच-2 कर रिवाना नींद नहीं आने के कारण सबके सामने लंबी-2 उबासी लेती रहती है। जिसे देख कर मिस्टर दत्ता अपने कमरे मे थोड़े देर सोने के लिए आग्रह करते हैं। रिवाना लेट जाती है।
उसकी जब आंखे खुलती हैं तो वो अपने घर पर होती है। और मम्मा से पूछने पर पता चलता है कि वो गए ही नहीं थे। रिवाना कुछ अजीब लगता है। पर उनसे कोई और सवाल-जवाब नहीं करती। अगले दिन रिवाना के घर मे अकेले रहने पर उसके ऊपर हमला होता है जिसमे रिवाना मरते-2 बचती है। मिस्टर बनर्जी द्वारा अपने पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी जाती है। और रिवाना का बयान भी लिया जाता है। लेकिन रिवाना अभी कुछ कहने से मना कर देती है। तीस्ता का भी आपरेशन होने वाला होता है। रिवाना अस्पताल जाकर उसकी भी खबर लेती रहती है।ऑपरेशन के कुछ दिन बाद जब तीस्ता को देखने जाती है तो पता चलता है कि उसकी मृत्यु हो चुकी है। रिवाना को तो जैसे सदमा लग जाता है और एकांश भी इससे काभी प्रभावित होता है क्योंकी तीस्ता उसकी होने वाली बीवी होती है। इन्ही सब के बीच रिवाना बिल्कुल परेशान सा होने लगती है और मा-बाप के मना करने के बावजूद वापस मुंबई चली जाती है।
डैनी से मिलकर रिवाना बहुत खुश होती है और दोनों प्यार-मोहब्बत से रहने लगते हैं। लेकिन उसके ऊपर हुए हमले के बाद उसका ध्यान आर्घो पर बार-2 जाता रहता है। तभी एक दिन अचानक डैनी के ही सोसाइटी मे रिवाना के ऊपर केरोसिन छिड़क कर जिंदा जला देने की कोशिश की जाती है। रिवाना अब घबरा जाती है और डैनी को बता देती है उसके आफिस मे काम करने वाला आर्घो जिसे वो अजनबी मानती है वो उसे मारने की कोशिश कर रहा है। डैनी के कहने पुलिस मे रपट दर्ज करा दी जाती है लेकिन पुख्ता सबूत नहीं मिलने पर उसे छोड़ दिया जाता है और कुछ कांस्टेबल उसके ऊपर हमेशा ध्यान रखे हुए होते हैं।
एकांश मुंबई मे रिवाना से मिलता है और रिवाना को तीस्ता और हिया से प्लैनचिट जरिए मिलने को कहता है। रिवाना उसे पागल समझती है लेकिन उसके बार-2 कहने पर रिवाना एकांश के कमरे पर मिलने का प्लान करते हैं। रिवाना को झाड़-फुक की तरह कुछ लगता है। एकांश एक सिक्का के जरिए तीस्ता से बात करता है, जो सिर्फ हा या ना मे जवाब देती है। एकांश तीस्ता से अपने और रिवाना के बीच के संबंश को बता कर उससे माफी माँगता है और तीस्ता द्वारा माफ कर दिए जाने पर रिवाना वहा से भाग जाती है। उसी बीच अजनबी रिवाना को अपने और एकांश के बीच के रिस्ते को बताने का कहता है लेकिन रिवाना मना कर देती है और शर्त ये रखती है कि अगर वो उसके सामने आ जाए तो वो डैनी को सबकुछ बता देगी।
अजनबी स्वीकार कर लेता है। रिवाना के आफिस मे एक क्लाइंट द्वारा पार्टी ऑर्गनाइज करने पर सभी उस दिन ज्यादा से ज्यादा शराब पीने की शर्त लगाते हैं। जिसमे रिवाना भी अपने को रोक नहीं पाती है और पीने के बाद एकदम टल्ली हो जाती है। उस दिन उसकी मुलाकात दो लोगों से होती है पहला अजनबी और दूसरा अपने कंपनी के सेल्स हेड निवान से। लेकिन टल्ली होने के कारण वो अजनबी को ठीक से पहचान नहीं पाने पर दुखी होती है। अगले दिन रिवाना को अजनबी से ये मैसेज आता है कि उसने अपना शर्त पूरा कर दिया, अब उसे अपना करना होगा । अजनबी द्वारा एक प्लान तैयार किया जाता है, जिसमे रिवाना एक रेस्टोरेंट मे उसके दिए हुए कपड़े पहन कर डैनी से मिलना होता है। रिवाना ठीक उसी तरह करती है ताकि पुलिस की मदद से अजनबी को पकड़ सके और आर्घो पकड़ा जाता है। पर कोई भी सबूत ये नहीं साबित कर पातें हैं कि आर्घो ही अजनबी है। पुलिस आर्घो को छोड़ देती है।
अजनबी रिवाना को हिया के बारे मे जानने के संकेत करते हुए रात के समय उसे एक जगह बुलाता है। जहां एकांश पहले से ही मौजूद होता है और रिवाना का पिछा करता हुआ डैनी भी पहुच जाता है। रात के समय एकांश और रिवाना को एक साथ देख कर डैनी का माथा ठनक जाता है और रिवाना से झगड़ा करने के बाद उसे अपने कमरे से निकाल देता है। जहां भटकती हुई रिवाना निवान के मकान मे शरण लेती है। निवान उसे अपने एक दूसरे फ्लैट मे रहने के लिए जगह देता है। इस दौरान अजनबी रिवाना से उसके कमरे मे मिलता है लेकिन रिवाना उसे देखने की जिद नहीं करती है और डैनी के इस तरह उस पर इल्ज़ाम लगाना और घर से निकाल दिए जाने पर उसे बहुत तकलीफ देह होता है, जिसे अजनबी समझाता है।
अगले दिन रिवाना के कमरे से सफेद कपड़ा, जिस पर काले धागे से मैसेज लिखा होता है। रिवाना चौक जाती है और निवान को बताती है लेकिन उस समय मना कर देता है कि नहीं मालूम लेकिन कुछ दिन बाद रिवाना को अपने साथ किसी सुनसान जगह पर ले जाता है ताकि अजनबी उसका पता न लगा सके। रिवाना को बता देता है कि उसने ही उसके कमरे मे रखा था। निवान आगे कहता है कि उसे भी इस तरह के मैसेज किसी अजनबी से मिल रहें हैं। रिवाना अचंभित होती है ये जान कि अजनबी निवान से भी कोई राज पता लगाना चाहता है। उस दिन दोनों चुपचाप अपने कमरे को चले जाते हैं। लेकिन एक बात ये समझ मे नहीं आता कि रिवाना के माता-पिता उससे क्या छुपा रहे थे। निवान और रिवाना अब हिया के बारे मे पता करने के लिए कोलकाता को जाते है।
कोलकाता मे रिवाना ईशिता के साथ मिस्टर दत्ता से मिलती है। जो एक प्रोफ़ेशनल हिप्रोटिस्ट हैं। लोगों को उनके अपराधबोध महसूस होने पर या महिलाओं को उसकी प्रसव की पीड़ा से बचाने के लिए लोगों को उनके अवचेतन और चेतन मन से याद को मिटा देते हैं। लेकिन उसमे ये रहता है कि इंसान को कभी-2 नींद मे ऐसा उनके साथ होने मे ऐसा महसूस होता है। रिवाना पहले ये पूछती है कि वो उस दिन अपने पिता के साथ उनके घर को आई थी। मिस्टर दत्ता स्वीकार करते हैं। फिर वो कुछ हिया से जुड़ी सवाल पूछती है। जिसके बाद पता चलता है कि रिवाना अपने कॉलेज के समय हिया को अपना कॉम्पटिटर मानती थी। कॉलेज मे जब सिर्फ एक शीट के जॉब प्लेसमेंट आई थी तो रिवाना ने उसे पाने के लिए हिया को नींद की गोली देकर सुला दिया और जॉब को हासिल कर लिया। जिससे हिया हतास होकर फांसी लगा ली। ये जान कर रिवाना बहुत दुखी होती है। लेकिन ईशिता और निवान उसे समझाने मे मदद करते हैं।
रिवाना के कमरे मे एक अजनबी द्वारा एक चिट लिख कर टंगा होता है जिस पर लिखा होता है कि इसमे गलती सिर्फ रिवाना का नहीं है बल्कि अजनबी का भी है क्योंकी मेरे द्वारा उसे दिए गए संदेशों और परेशानियों से लगा कि मैंने किया है और उसने खुदकुशी कर ली। हीया के बारे मे जानने के बाद रिवाना अजनबी से सामने आने को कहती है। नहीं तो वो भी छत से कूद कर जान दे देगी। अजनबी अगले दिन मिलने का वादा करता है और रिवाना मान जाती है। अगले दिन रिवाना उसके बताए हुए जगह पर कुछ समय पहले ही पहुच कर इंतजार करती रहती है कि अजनबी उसे मिनी नाम से संबोधित करता है। रिवाना समझ जाती है। अजनबी रिवाना से उसके ऊपर किये गए जानलेवा हमले के लिए माफी माँगता है। और एक शर्त रखता है कि उसे जानने के बाद उसके जैसा ही बनना पड़ेगा नहीं तो जान से मार दी जाओगी। अजनबी कोई और नहीं बल्कि निवान होता है। निवान बताता है कि हम सब का कोई न कोई अजनबी है। बल्कि अब उसे भी किसी का अजनबी बनना पड़ेगा।
Stranger Trilogy Book 3 in Hindi by Novoneel Chakraborty के कुछ अच्छे और महत्वपूर्ण अंश-
- दिल रास्ता दिखाता है लेकिन दिमान गलत रास्ता दिखाता है।
- तीस्ता का मर जाना-‘नहीं रही?’ रिवाना का गला तब तक पूरी तरह सुख चुका था। ‘तीस्ता की सुबह मौत हो चुकी थी। रिवाना को लगा कि एक लम्हे के लिए उसके धड़कन रुक जाएगी। तीस्ता नहीं मर सकती। तीस्ता को नहीं मरना चाहिए। तीस्ता नहीं मरी है। नर्स ने धीरे से कहा कि तीस्ता के मृत शरीर को कमरें में ज्यादा से ज्यादा आधा घण्टा रखा जाएगा।
- दोस्ती हो या प्यार, अगर आप दूसरे इंसान पर यकीन नहीं कर सकते तो फिर ऐसे किसी रिश्ते का कोई मतलब नहीं है।
- कोई भी तुम्हारे बारे में तुरंत राय बना सकता है,लेकिन जब तुम्हारा कोई बहुत करीबी ऐसा करता है तो समझ नहीं आता कि आखिर क्या कहा जाए? राय बहुत जल्दी बन जाती है, लेकिन उसे दोबारा तोड़ने मे वक्त लगता है।
- डैनी के छोड़ जाने पर जब अजनबी रिवाना को समझाता है-पहले तुम मुझे बताओं, मिनी, अगर प्यार तुम्हें एक-दूसरे को अपने हालात समझआआ पानए की मोहलत नहीं देता तो वो प्यार ही क्या? अगर प्यार तुम्हारे और तुम्हारे साथी के बीच दीवार बन जाए तो उसका क्या फायदा? एक रिश्ते मे पहले ही बहुत दीवारें होती है। मिनी। बस भरोसे के लिए एक खुला हुआ रास्ता नहीं होता दो लोगों के बीच।
- अगर आपको अपने फ़ैसलों पर पक्का यकीन नहीं है तो फिर ज़िंदगी और भी बेरहम हो जाती है।
- ज़िंदगी मे सबसे मुश्किल ये स्वीकार करना है कि कुछ चीज़े कभी भी हमारी नहीं हो सकती–चाहे हम कितनी भी कोशिश क्यों न कर ले। ये बहुत मुश्किल है, बहुत-बहुत मुश्किल। लेकिन यही सच है, शाश्वत सच। इस सच से बचा नहीं जा सकता। अट्ठारह साल के हो जाने पर ही हम बड़े नहीं हो जाते। बड़े होने का मतलब है ऐसे छोटे-2 मुश्किल सच को स्वीकार करना। एक-2 करके। इसलिए क्योंकी हम कोई भी सच एक रात मे स्वीकार नहीं कर पाते। खुद को हर सच के लिए थोड़ा-2 करके ही तैयार कर पाते हैं।
- एक खराब और ज़िद्दी फ़ैसला क्षणिक ही होता है। बदकिस्मती से हममें से ज्यादातर लोगों की बुरी आदत इसी एक क्षण के गलत फैसले के बारे मे सोच-2 अपनी पूरी ज़िंदगी बर्बाद कर लेने की होती है
Stranger Trilogy Book 3 in Hindi by Novoneel Chakraborty के पात्रों का चरित्र-चित्रण-
निवान-निवान रिवाना के नए ऑफिस का सेल्स हेड है। जो बहुत ही स्मार्ट और नोजवान है। उसने मार्शल आर्ट मे ब्लैक बेल्ट हासिल किया है। रिवाना के लिए बहुत ही हेल्पफुल है। और उसे भी अजनबी द्वारा वो सारे मैसेज मिलते हैं, जो रिवाना को मिला करता है।
मिस्टर दत्ता-मिस्टर दत्ता मिस्टर बनर्जी के दोस्त और प्रोफेशनल हिप्रोटिस्ट हैं। जो लोगों को उनके अपराधबोध या महिलाओं को उनके प्रसव पीड़ा से बचाने के लिए लोगों को उनके यादों को चेतन से अवचेतन मे भेजने का कां करते हैं। जिसे लोग यादों का मीट जाना भी कहते हैं।
आर्घो चौधरी- आर्घो चौधरी हिया का चचेरा भाई है। जो रिवाना के कंपनी मे मैनेजर के पर पर कार्यरत है। जिसके ऊपर रिवाना को अजनबी होने का शक होता है।
FAQ-
Q: प्लैनचिट क्या होता है? क्या आज के समय मे ये कां करता है?
Ans: इससे आत्मा को बुलाया जाता है और उसके दिल की शांति के लिए कुछ कर्म-कांड कीये जाते हैं। बात करे आज के समय मे इसके काम करने की तो विज्ञान के जमाने कहाँ कोई ध्यान देता है पर हो सकता है?
Q: इमोशनल सर्जन क्या होता है?
Ans: इमोशनल सर्जन का इस्तेमाल अजनबी करते हैं। अजनबी अपने लक्ष्य को चुनते है, उनके भीतर के गुस्से को कम करते हैं और उन्हे उनकीं गलतियों का एहसास करतें हैं क्योंकी कहीं न कहीं हर इंसान अपनी गलतियों से भाग रहा होता है। हम उनकी तन्ह्यई को ये सिखाकर भरने की कोशिश करते हैं कि हमें खुद को प्यार करना आना चाहिए। और उसकी शुरुआत “शेयर योर गुडलक” प्रयास से हो सकती है।
Q: अजनबी कौन है? और अजनबी बनने के बाद क्या करता है?
Ans: इसकी जानकारी के लिए तो मैंने इसकी पूरी तीन पार्ट पढ़ रखा है पर आपको बात दे कि अजनबी का किरदार निवान ने निभाया है। अजनबी लोगों के इमोशनल सर्जन पर काम करते हैं। और उनका ये सीक्रेट रखना सबसे अहम होता है। नहीं तो वो मार दिए जाते हैं।
Q: हिया ने आत्महत्या क्यों किया?
Ans: अजनबी के द्वारा हिया का पीछा किया जाने के कारण और बार-2 कपड़े पर संदेश भेजने के कारण परेशान और काफी डरी हुई रहती है। उस पर कॉलेज मे जॉब प्लेसमेंट से उसके हाथ से नौकरी का चले जाना, जो उसके परिवार के लिए बहुत ही जरूरी था। उसे ऐसा लगता है कि अजनबी उसे तबाह ही कर देगा, इसलिए अपने भाई और परिवार के हालात से परेशान होकर उसने खुद को फांसी लगा ली।